इस पोस्ट में Shiva के भक्तो के लिए Shiva Status in Sanskrit / Shiva status in sanskrit / Mahamrityunjay Mantra in hindi text और महादेव जी के संस्कृत मंत्र जिसे आप महादेव की आराधना कर सकते है। महादेव की भक्ति से मन में सुकून और आत्म निर्भर होने की ताकत मिलती है।
आज इस पोस्ट में आप महादेव जी के भक्तो के लिए कुछ संस्कृत में और कुछ हिंदी में स्टेटसऔर शायरी लाये है, Mahalkal status in sanskrit / Mahamrityunjay Manta ka arth hindi mai और Mahakal Shayari hindi mai / and latest quotes. हमे पोस्ट जरूर पसंद आएगी।
#JAY BABA MAHAKAL
Shiva Quotes in sanskrit with hindi meaning
न जानामि योगं जपं नैव पूजां नतोऽहं सदा सर्वदा शम्भु तुभ्यम्।जरा जन्म दुःखौघ तातप्यमानं प्रभो पाहि आपन्नमामीश शम्भो॥
भावार्थ सरल शब्दों में:-
ना ही मैं योग जनता हूँ, और ना ही जप और पूजा पाठ। हे प्रभु (महादेव ) मैं तो आपको बार बार नमस्कार करता हूँ, बुढ़ापा जन्म और मृत्यु के कष्टों से दुखी मेरी दुखो से रक्षा कीजिये। हे प्रभु (महादेव) मैं आपको नमस्कार करता हूँ।
रूद्र गायत्री मंत्र -Rudara Gayantri Mantra in sanskrit with hindi meaning
● ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहितन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
Mahamrityunjay mantra : महामृत्युंजय मंत्र
● ॐ त्र्यम्बकं स्यजा महेसुगन्धिम्पुष्टिवर्द्धनम्।उर्व्वारूकमिव बंधनान्नमृत्योर्म्मुक्षीयमामृतात्
महामृत्युंजय मंत्र का अर्थ : Mahamrityunjay mantra hindi meaning
त्रयंबकम- त्रि.नेत्रों वाला।यजामहे – हम पूजा करते है। सुगंधिम- मीठी महक वाला।पुष्टि- एक सुपोषित स्थिति / जीवन की परिपूर्णता। वर्धनम- वह जो पालन करता है / शक्ति देता है।उर्वारुक- ककड़ी।इवत्र- इस तरह।बंधनात्र- वास्तव में समाप्ति से अधिक लंबी है।मृत्यु- मृत्यु से। मुक्षिया, मुक्ति दें।अमृतात- अमरता /मोक्ष।
महामृत्युंजय मंत्र का अनुवाद :Maha mrityunjay mantra meaning in hindi
इस मंत्र का मतलब है कि हम भगवान शिव की पूजा करते हैं, जिनके तीन नेत्र हैं, जो हर श्वास में जीवन शक्ति का संचार करते हैं और पूरे जगत का पालन-पोषण करते हैं।
महामृत्युंजय मंत्र’ Mahamrityunjay mantra whatsapp Status in sanskrit
ॐ ह्रीं जूं सः भूर्भुवः स्वः,ॐ त्र्यम्बकं स्यजा महेसुगन्धिम्पुष्टिवर्द्धनम्।उर्व्वारूकमिव बंधनान्नमृत्योर्म्मुक्षीयमामृतात्ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ’
ॐ मृत्युंजय महादेव त्राहिमां शरणागतमजन्म मृत्यु जरा व्याधि पीड़ितं कर्म बंधनः
जयत्वदभ्रविभ्रम भ्रमद्भुजंगमस्फुर-द्धगद्धगद्वि निर्गमत्कराल भाल हव्यवाट्-धिमिद्धिमिद्धिमि नन्मृदंगतुंगमंगल-ध्वनिक्रमप्रवर्तित प्रचण्ड ताण्डवः शिवः।।
१. ॐ जुं स: २. ॐ हौं जूं स:३. ॐ ह्रीं नम: शिवाय४. ॐ ऐं नम: शिवाय५. ॐ पार्वतीपतये नमः ६. ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय
महादेव : mahadev mantra sanskrit status
यक्षस्वरूपाय जटाधराय पिनाकहस्ताय सनातनाय।दिव्याय देवाय दिगम्बराय तस्मै यकाराय नम:शिवाय॥ॐ नमः शिवाय
मृत्युंजायाय रुद्राय नीलकंठाय शंभवे l
अमृतेशाय शर्वाय महादेवाय ते नम: ll
|| ॐ महाकालाय नम: शिवाय ||
‘कर-चरणकृतं वाक्कायजं कर्मजं वाश्रवणनयनजं वा मानसं वापराधम,विहितमविहितं वा सर्वमेतत्क्षमस्व,जय-जय करुणाब्धे, श्री महादेव शम्भो॥’
अर्थात — हाथों, पैरों, वाणी, शरीर, कर्म और कर्णों से, अथवा अपने नेत्रों से व मन से भी हमने जो अपराध किए हों, वे विहित हों अथवा अविहित, उन सबको है करुणासागर महादेव शम्भो! क्षमा कीजिए। हे करुणानिधन जगत पति महादेव आपकी जय हो, जय हो।
Shiva status in sanskrit- महाकाल कोट्स
● ॐ त्र्यम्बकं य्यजामहे सुगन्धिम्पतिवेदनम्।उर्व्वारूकमिव बन्धनादितोमुक्षीय मामुत:।।
● नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्माङ्गरागाय महेश्वराय।नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मै नकाराय नम:शिवाय॥
● अंगारों से श्रृंगार कर, तांडव करें प्रचंड,महाकाल के दास हैं, तीन लोक नौ खंड..शक्ति अग्नि रूप है, शिव शम्भू महाकाल,शव में शिव का वास हो, शैशव बने त्रिकाल..
‘रुद्राष्टकम’ – Rudrashtakam in sanskrit with hindi meaning
भगवांन शिव बहुत जल्द ही अपने भक्तो पर प्रसन्न ही जाते है इसलिए उन्हें “आशुतोष” कहा जाता है। भगवान शिव जी का श्लोक पढ़ने में जितना मनोहक होता है उतना सुनाने में भी निचे ‘रुद्राष्टकम’
‘रुद्राष्टकम’
नमामीशमीशान निर्वाणरूपं । विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम्।
निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं । चिदाकाशमाकाशवासं भजेऽहम्।।
अर्थात – हे मोक्षरूप, विभु, व्यापक ब्रह्म, वेदस्वरूप ईश्वर, और सबके स्वामी शिवजी, मैं आपको नमस्कार करता हूं. निज स्वरूप में स्थित, भेद रहित, इच्छा रहित, चेतन, आकाश रूप शिवजी मैं आपको नमस्कार करता हूं।
Sanskrit Shayari of Shiva Mahakal with hindi meaning
निराकारमोङ्कारमूलं तुरीयं । गिराज्ञानगोतीतमीशं गिरीशम्।
करालं महाकालकालं कृपालं । गुणागारसंसारपारं नतोऽहम्।।
अर्थात –हे निराकार, ओंकार के मूल, तुरीय अर्थात तीनों गुणों [वाणी, ज्ञान और इन्द्रियों ]से परे, कैलाशपति, विकराल, महाकाल के भी काल, कृपालु, गुणों के धाम, संसार से परे परमेशवर को मैं नमस्कार करता हूं।
तुषाराद्रिसंकाशगौरं गभीरं । मनोभूतकोटिप्रभाश्री शरीरम्।
स्फुरन्मौलिकल्लोलिनी चारुगङ्गा । लसद्भालबालेन्दु कण्ठे भुजङ्गा।।
अर्थात –जो हिमाचल के समान गौरवर्ण तथा गंभीर हैं, जिनके शरीर में करोड़ों कामदेवों की ज्योति एवं शोभा है, जिनके सिर पर सुंदर नदी गंगाजी विराजमान हैं, जिनके ललाट पर द्वितीया का चन्द्रमा और गले में सर्प सुशोभित है।
चलत्कुण्डलं भ्रूसुनेत्रं विशालं । प्रसन्नाननं नीलकण्ठं दयालम्।
मृगाधीशचर्माम्बरं मुण्डमालं । प्रियं शङ्करं सर्वनाथं भजामि।।
अर्थात –जिनके कानों में कुण्डल शोभा पा रहे हैं. सुन्दर भृकुटी और विशाल नेत्र हैं, जो प्रसन्न मुख, नीलकण्ठ और दयालु हैं. सिंह चर्म का वस्त्र धारण किए और मुण्डमाल पहने हैं, उन सबके प्यारे और सबके नाथ श्री शंकरजी को मैं भजता हूं उनको नमन करता हूँ।
mahadev mantra status hindi : महाकाल
अवदात नहीं किसी से,ना टूटी तक़दीर है महाकाल के भक्त है हम ये हमारे माथे की लकीर है।
ऊँचे कैलास पर है डेरा डाला,
अद्भुत अनुपम रूप निराला,जटा में गंगा, नीलकंठ त्रिशूल धरी है,त्रिपुरारी महादेव भक्तो पर कृपा करि है,सच्चे मन से पूजा सिव को, कस्ट काटेंगे तन मन जीवन के।
मस्तक चन्द्रमा सोहे,गंग जटा के बीच, श्रद्धा से शिवलिंग को, निर्मल जल मन से सीच !! भोले भंडारी महाकाल की जय
सबसे बड़ा तेरा दरबार है , तू ही सबका पालनहार है … सज़ा दे या माफ़ी दे, महादेव तू ही हमारी सरकार है।
जटा कारी भस्म धरी नीलकंठ त्रिपुरारी है,तांडव कारी, क्रोध धारी, हर हर महादेव भोले भंडारी है,
सिर उठा के चलते है, महादेव के मेहरबानी है…भोलेनाथ की भक्ति करना मेरे जीवन की कहानी है।
महाकाल की सेवा जिसको मिले सबसे बड़ा धनवान है वो….महाकाल की लगन जिसको लगी किस्मत वाला इंसान है वो।जय श्री महाकाल