shivaji maharaj quotes in hindi
जरुरी नही कि विपत्ति का सामना, दुश्मन के नजदीक रहकर ही किया जाये वीरता तो दुश्मन’ से विजय मे है। – छत्रपति शिवाजी महाराज
जो व्यक्ति स्वराज्य और परिवार के बीच स्वराज्य को चुनता है, वही एक सच्चा नागरिक होता है -छत्रपति शिवाजी महाराज
जरुरी नही की शरीर से लड़कर ही जीत हासिल की जाए बल्कि बुद्धि से भी किसी को भी परस्त किया जा सकता है | -छत्रपति शिवाजी महाराज
ह आवयश्यक नहीं की स्वयं की गलती से ही सीखा जाए, दूसरों की गलती से सीख लेते हुए सफलता पाई जा सकती है | -छत्रपति शिवाजी महाराज
जब इरादे पक्के हों , तो पहाङ भी एक मिट्टी का ढेर लगता है। -छत्रपति शिवाजी महाराज
शत्रु को कमजोर समझना याबहुत अधिक बलवान समझना दोनों ही स्थिति घातक है |- छत्रपति शिवाजी महाराज
स्वतंत्रता वह वरदान है, जिसे पाने का अधिकारी हर किसी को है ।
-छत्रपति शिवाजी महाराज
जब आपकी मंजिल जीत हो,
तो उसे हासिल करने के लिए
चाहें कितना भी पुरुषार्थ क्यों न करना पड़े,
चाहें कोई भी कीमत क्यों न चुकानी
पड़े हमेशा तैयार रहें
– छत्रपति शिवाजी महाराज
Shivaji maharaj inspiring quotes in hindi
अगर इंसान के पास आत्मबल है,तो वो पूरी दुनिया को अपने हौसले से हरा सकता है-छत्रपति शिवाजी महाराज
जो इंसान ख़राब समय मे भी पुरे मनोयोग से,अपने कार्यो मे लगा रहता है।उसके लिए समय भी खुद को बदल लेता है। – छत्रपति शिवाजी महाराज
आत्मबल, सामर्थ्य देता है, और सामर्थ्य, विद्या प्रदान करती है। विद्या, स्थिरता प्रदान करती है, और स्थिरता, विजय की तरफ ले जाती है – छत्रपति शिवाजी महाराज
कोई भी कार्य करने से पहले उसका परिणाम सोच लेना हितकर होता है, क्योकी हमारी आने वाली पीढी उसी का अनुसरण करती है – छत्रपति शिवाजी महाराज
यदि एक पेड़, जोकि इतनी उच्च जीवित सत्ता नहीं है, इतना सहिष्णु और दयालु हो सकता है कि किसी के द्वारा मारे जाने पर भी उसे मीठे आम दे; तो एक राजा होकर, क्या मुझे एक पेड़ से अधिक सहिष्णु और दयालु नहीं होना चाहिए?
नारी के सभी अधिकारों में, सबसे महान अधिकार माँ बनने का है.
वास्तव में, इस्लाम और हिन्दू धर्म अलग-अलग मामले हैं. वे उस सच्चे दिव्य चित्रकार द्वारा रंगों को मिलाने और खाका तैयार करने के लिए प्रयोग किये जाते हैं. यदि यह एक मस्जिद है, तो उसकी याद में ईबादत के लिए आवाज़ दी जाती है. यही यह एक मंदिर है तो सिर्फ उसी के लिए घंटियाँ बजाई जाती हैं.
एक छोटा कदम छोटे लक्ष्य पर, बाद मे विशाल लक्ष्य भी हासिल करा देता है।
अगर मनुष्य के पास आत्मबल है, तो वो समस्त संसार पर अपने हौसले से विजय पताका लहरा सकता है।