राहत इंदौरी इस्लामिक शायरी | Rahat Indori Islamic shayari
उंगलिया यु ना सब पर उठाया करो खर्च करने से पहले कमाया करोजिंदगी क्या है खुद ही समझ जाओगे बारिशो में पतंगे उडाया करो दोस्तों से मुलाकात के नाम पर नीम कि पत्तियों को चबाया करोशाम के बाद जब तुम सहर देख लो कुछ फकीरों को खाना खिलाया करो चाँद सूरज कहा, अपनी मंजिल कहा … Read more