ख़ुशी तब मिलेगी जब आप जो सोचते हैं, जो कहते हैं और जो करते हैं, सामंजस्य में हों. महात्मा गाँधी
प्रसन्नता कोई पहले से निर्मित वास्तु नहीं है . वो आपके कर्मो से आती है .दलाई लामा
लोग कहते हैं कि पैसा खुशियों की चाभी नहीं है,पर मैंने हमेशा पाया है कि यदि आपके पास पैसा है तो आप एक चाभी बनवा सकते हैं. जोन रिवर्स
वह जो अपने परिवार से अत्यधिक जुड़ा हुआ है , उसे भय और चिंता का सामना करना पड़ता है,क्योंकि सभी दुखों कि जड़ लगाव है. इसलिए खुश रहने कि लिए लगाव छोड़ देना चाहिए. चाणक्य
पैसा आपके लिए खुशियाँ नहीं खरीद सकता लेकिन वो दुःख को कुछ सुखद रूप में अनुभव करा सकता है. स्पाइक मिल्लिगैन
पैसे ने कभी किसी को ख़ुशी नहीं दी है , और न देगा , उसके स्वभाव में ऐसा कुछ नहीं है जिससे ख़ुशी उत्पन्न हो . ये जितना ज्यादा जिसके पास होता है वो उतना ही और इसे चाहता है . बेंजामिन फ्रैंकलिन
याद रखिये ख़ुशी इस बात पर निर्भर नहीं करती कि आप कौन हैं या आपके पास क्या है ; ये पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करती है कि आप क्या सोचते हैं . डेल कार्नेगी
कभी भी उनसे मित्रता मत कीजिये जो आपसे कम या ज्यादा प्रतिष्ठा के हों. ऐसी मित्रता कभी आपको ख़ुशी नहीं देगी. चाणक्य
आपके जीवन की प्रसन्नता आपके विचारों की गुद्वात्ता पर निर्भर करती है .
मार्कस औरेलियास
मैंने पाया है कि ख़ुशी खोने का एक निश्चित तरीका है कि इसे हर कीमत पर चाहा जाये .
बेट डेविस
ख़ुशी की तरह दौलत भी कभी प्रत्यक्ष रूप से नहीं मिलती . यह किसी उपयोगी सेवा के फलस्वरूप मिलती है .हेनरी फोर्ड
यदि आपकी ख़ुशी इस बात पर निर्भर करती है कि कोई और क्या करता है तो मेरा मानना है की आपको कोई समस्या है .रिचर्ड बैक
किसी को अधिकार नहीं है कि वो बिना ख़ुशी पैदा किये उसका उपभोग करे हेलेन केलर
जैसे एक सचेत व्यापारी अपने सारे पैसे एक जगह नहीं निवेश करता , उसी तरह बुद्धिमत्ता भी शायद हमें ये चेतावनी देती है कि हम अपनी सारी खुशियाँ किसी एक जगह से पाने की अपेक्षा न करें . सिगमंड फ्रायड
प्रसन्नता वो पुरस्कार है जो हमे हमारी समझ के अनुरूप सबसे सही जीवन जीने पे मिलता है . रिचर्ड बैक
जब आप किसी काम की शुरुआत करें , तो असफलता से मत डरें और उस काम को ना छोड़ें. जो लोग इमानदारी से काम करते हैं वो सबसे प्रसन्न होते हैं.चाणक्य
श्वेत व्यक्ति की ख़ुशी ,अश्वेत व्यक्ति के दुःख से नहीं खरीदी जा सकती . फ्रेडरिक दोग्लास
संतुलित दिमाग से जैसी कोई सादगी नहीं है, संतोष जैसा कोई सुख नहीं है, लोभ जैसी कोई बीमारी नहीं है,और दया जैसा कोई पुण्य नहीं है. चाणक्य
जो चाहा वो मिल जाना सफलता है . जो मिला उसको चाहना प्रसन्नता है .डेल कार्नेगी
प्रसन्नता कोई ऐसी चीज नहीं है जिसे आप भविष्य के लिए ताल दें ; ये कुछ ऐसा है जिसे आप वर्तमान के लिए डिज़ाइन करते हैं जिम रोन
जब महत्त्वाकांक्षाएं ख़तम होती हैं , तब ख़ुशी शुरू होती है .थोमस मर्टन
“प्रसन्नता” शब्द अपना मतलब खो देगा यदि उसे दुःख से संतुलित नहीं किया जाये .कार्ल जंग
शादी के बाद ख़ुशी तो बस भाग्य का खेल है .
जीवन में किसी को रूलाकर पूजा भी करवाओगे तो कोई फायदा नहीं और अगर रोज किसी एक आदमी को भी हंसा दिया तो आपको मंदिर की जरूरत नहीं!
सबको खुश रखना बेशक हमारे हाथ में नहीं है, पर किसी को दुखी ना करें ये बिलकुल हमारे ऊपर है
मैं निकला ख़ुशी की तलाश में रास्ते में खड़े दुखों ने कहा… हमें लिए बिना सुखों का पता नहीं मिलता साहब
सारा जहां उसका है जो मुस्कुराना जानता है रोशनी भी उन्ही की है जो शमा जलाना जानते है
हर जगह मंदिर मस्जिद गुरूद्वारे है। लेकीन इश्वर तो उन्ही का है जो “सर” झुकाना जानते है…
उदासियों की वजह तो कई है जिंदगी में पर बेवजह खुश रहने का मजा ही कुछ अलग है…
छोटी छोटी खुशियां ही जीने का सहारा देती है । ख्वाहिशों का क्या वो तो हर पल बदल जाती है।
“हर मिनट के लिए आप नाराज़ हैं कि आप साठ सेकेंड की खुशी खो देते हैं।” – राल्फ वाल्डो इमर्सन
“आमतौर पर लोग जितना खुश होते हैं, उतने ही खुश रहते हैं।”- अब्राहम लिंकन
बुद्धिमान लोगों में खुशी मुझे पता है कि सबसे दुर्लभ चीज है। ”- अर्नेस्ट हेमिंग्वे
“खुशी कुछ तैयार नहीं है। यह आपके अपने कार्यों से आता है। ”- दलाई लामा
“Take responsibility of your own happiness, never put it in other people’s hands.”― Roy T. Bennett
“अपनी खुशी की जिम्मेदारी लें, इसे कभी दूसरे लोगों के हाथों में न डालें।”- रॉय टी। बेनेट