अनुशासन लक्ष्यों और उपलब्धि के बीच पुल है।
सादगी से जिए ताकि दूसरे भी जी सकें।
यीशु ने कहा है की एक दूसरे से प्रेम करो। उन्होंने यह नहीं कहा की समस्त संसार से प्रेम करो।
यदि हमारे मन में शांति नहीं है तो इसकी वजह है कि हम यह भूल चुके हैं कि हम एक दुसरे के हैं।
मैं चाहती हूँ कि आप अपने पड़ोसी के बारे में चिंतित हों। क्या आप जानते हैं कि आपका पड़ोसी कौन है?
जो आपने कई वर्षों में बनाया है वह रात भर में नष्ट हो सकता है तो भी क्या आगे बढिए उसे बनाते रहिये।
लोग अवास्तविक, विसंगत और आत्मा केन्द्रित होते हैं फिर भी उन्हें प्यार दीजिये।
मुझे लगता है हम लोगो का दुखी होना अच्छा है, मेरे लिए यह यीशु के चुम्बन की तरह है।
“ज्यादा बच्चे” कैसे हो सकते हैं ? यह तो बहुत सारे फूलों की तरह हैं।
सबसे बड़ी बीमारी कुष्ठ रोग या तपेदिक नहीं है , बल्कि अवांछित होना ही सबसे बड़ी बीमारी है।
जिस व्यक्ति को कोई चाहने वाला न हो, कोई ख्याल रखने वाला न हो, जिसे हर कोई भूल चुका हो,मेरे विचार से वह किसी ऐसे व्यक्ति की तुलना में जिसके पास कुछ खाने को न हो,कहीं बड़ी भूख, कही बड़ी गरीबी से ग्रस्त है।
अगर आप यह देखेंगे की लोग कैसे हैं तो आप के पास उन्हें प्रेम करने का समय नहीं मिलेगा।
शांति की शुरुआत मुस्कराहट से होती है।
जहाँ जाइये प्यार फैलाइए। जो भी आपके पास आये वह और खुश होकर लौटे।
प्रेम की शुरुआत निकट लोगो और संबंधो की देखभाल और दायित्व से होती है, वो निकट सम्बन्ध जो आपके घर में हैं।
पेड़, फूल और पौधे शांति में विकसित होते हैं, सितारे, सूर्य और चंद्रमा शांति से गतिमान रहते हैं, शांति हमें नयी संभावनाएं देती है.
सबसे बड़ा रोग किसी के लिए भी कुछ न होना है।
बिना प्रेम के कार्य करना दासता है।
यदि आप सौ लोगो को नहीं खिला सकते तो एक को ही खिलाइए।
एक जीवन जो दूसरों के लिए नहीं जीया गया वह जीवन नहीं है।
प्रत्येक वस्तु जो नहीं दी गयी है खो चुकी है।
Quote 23: हम सभी महान कार्य नहीं कर सकते लेकिन हम अन्य कार्यों को प्रेम से कर सकते हैं।
मैं एक छोटी पेंसिल के समान हूँ जो ईश्वर के हाथ में है जो इस संसार को प्रेम का सन्देश भेज रहे हैं।
हम सभी ईश्वर के हाथ में एक कलम के सामान है।
यह महत्वपूर्ण नहीं है आपने कितना दिया, बल्कि यह है की देते समय आपने कितने प्रेम से दिया।
मैं सफलता के लिए प्रार्थना नहीं करता मैं सच्चाई के लिए करता हूँ।
प्रेम हर ऋतू में मिलने वाले फल की तरह है जो प्रत्येक की पहुँच में है।
किसी नेता की प्रतीक्षा मत करो, अकेले करो, व्यक्ति से व्यक्ति द्वारा।
वे शब्द जो ईश्वर का प्रकाश नहीं देते अँधेरा फैलाते हैं।
कार्य में प्रार्थना प्यार है, कार्य में प्यार सेवा है।
खूबसूरत लोग हमेशा अच्छे नहीं होते। लेकिन अच्छे लोग हमेशा खूबसूरत होते है।
दया और प्रेम भरे शब्द छोटे हो सकते हैं लेकिन वास्तव में उनकी गूँज अन्नत होती है।
अकेलापन और किसी के द्वारा न चाहने की भावना का होना भयानक गरीबी के सामान है।
आप दुनिया में प्रेम फ़ैलाने के लिए क्या कर सकते हैं ? घर जाइये और अपने परिवार से प्रेम कीजिये !
मैं चाहता हूँ की आप अपने पडोसी के लिए भी चिंतित हों, क्या आप जानते हैं की आपका पडोसी है कौन ?
कल जा चुका है, कल अभी आया नहीं है, हमारे पास केवल आज है, चलिए शरुआत करते हैं।
चलिए जब भी एक दूसरे से मिलें मुस्कान के साथ मिलें, यही प्रेम की शुरुआत है।
केवल धन देने भर से संतुष्ट न हों, धन पर्याप्त नहीं है, वह पाया जा सकता है लेकिन उन्हें आपके प्रेम की आवश्यकता है, तो जहाँ भी आप जायें अपना प्रेम सबमे बांटे।
प्रेम एक ऐसा फल है, जो हर मौसम में मिलता है और जिसे सभी पा सकते हैं |
भगवान यह अपेक्षा नहीं करते कि हम सफल हों। वे तो केवल इतना ही चाहते हैं कि हम प्रयास करें।
कुछ लोग आपकी ज़िन्दगी में आशीर्वाद की तरह कुछ लोग एक सबक की तरह।
खूबसूरत लोग हमेशा अच्छे नहीं होते. लेकिन अच्छे लोग हमेशा खूबसूरत होते है.
दया और प्रेम भरे शब्द छोटे हो सकते हैं लेकिन वास्तव में उनकी गूँज की कोई सीमा नही.
यदि जीवन जो दूसरों के लिए नहीं जीया गया तो वह जीवन नहीं है.
हम सभी भगवान के हाथ में एक कलम के समान है.
हम सभी महान कार्य नहीं कर सकते लेकिन हम अपने कार्यों को प्रेम से कर सकते हैं.
यह महत्वपूर्ण नहीं है आपने कितना दिया, बल्कि यह महत्वपूर्ण है की देते समय आपने कितने प्रेम से दिया.
वे शब्द जो भगवान का प्रकाश नहीं देते अँधेरा फैलाते हैं.
कल जा चुका है, कल अभी आया नहीं है, हमारे पास तो केवल आज है, चलिए शरुआत करते हैं.
प्रेम एक ऐसा फल है जो हर मौसम में मिलता है और जिसे कोई भी पा सकता है.
ईश्वर हमसे यह अपेक्षा नहीं करते कि हम सफल हों. वे तो केवल इतना ही चाहते हैं कि हम प्रयास करें.
कुछ लोग आपकी ज़िन्दगी में आशीर्वाद की तरह है तो कुछ लोग एक सबक की तरह.
आप छोटी चीजों के प्रति वफादार रहिये क्योंकि इन्ही में आपकी शक्ति निहित है.
अनुशासन लक्ष्यों और उपलब्धि के बीच का एक पुल है.
मैं यह चाहती हूँ कि आप अपने पड़ोसी के बारे में चिंतित हों. क्या आप जानते हैं कि आपका पड़ोसी कौन है.
अगर आप सौ लोगो को नहीं खिला सकते तो एक को ही खिलाइए.
जहाँ जाइये वहां प्यार फैलाइए. जो भी आपके पास आये वह और खुश होकर लौटे.
सबसे बड़ी बीमारी कुष्ठ रोग या तपेदिक नहीं है बल्कि अवांछित होना ही सबसे बड़ी बीमारी है.
सादगी से जिये ताकि दूसरे भी जी सकें.
अगर हमारे मन को शांति नहीं है तो इसकी कारण है कि हम यह भूल गये है कि हम एक दुसरे के हैं.
यदि आप यह देखेंगे की लोग कैसे हैं तो आप के पास उन्हें प्रेम करने का समय नहीं मिलेगा
प्रेम की शुरुआत निकट लोगो और संबंधो की देखभाल और जिम्मेदारी से होती है, वो निकट सम्बन्ध आपके घर में हैं.
पेड़, फूल और पौधे शांति में विकसित होते हैं वही तारे, सूर्य और चंद्रमा शांति से गति करते है. शांति हमें नयी संभावनाएं देती है.
सबसे बड़ा रोग किसी के लिए भी कुछ न होना है
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