इश्क शायरी दो लाइन | Adhure ishq ki shayari

खत्म हुई कहानी कुछ अल्फाज़ बाकी हैं,अधूरे इश्क की मुकम्मल याद बाकी है। हमने कब कहा – कीमत समझो हमारी,गर बिकना ही होता तो आज यूँ अकेले न होते। उम्मीद ना कीजिये इस दुनिया में हमदर्दी की,बड़े प्यार से दर्द देते हैं शिद्दत से चाहने वाले। उसने वक़्त समझकर गुज़ार दिया हमेंहम उनको खुदा समझकर … Read more