Gulzar good morning quotes

अब शाम नहीं होती, दिन ढल रहा है… शायद वक़्त सिमट रहा है!! आँखों से आँसुओं के मरासिम पुराने हैं मेहमाँ ये घर में आएँ तो चुभता नहीं धुआँ यूँ भी इक बार तो होता कि समुंदर बहता कोई एहसास तो दरिया की अना का होता आप के बाद हर घड़ी हम ने आप के … Read more