दर्द भरी शायरी | Dard Bhari Shayari in hindi

दर्द भरी शायरी जो कछ था वो सब ले ही चकी थी तेरी चितबन।इक जान की बाकी है वो है नजरें नजर आज।। कौन हमारा दर्द बंटाये कौन हमारा थामे हाथ,उनके नगर में जगमग-जगमग अपने देश में रात ही रात। दर्द जिसने दिया उसकी परवाह नहीं,जुल्म जी भर के उसके हम सहते रहे मैं मुद्दतों … Read more